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Wednesday 22 February 2017

‘भाषिकी’ अनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान, मीडिया अध्ययन, अनुवाद-विश्लेषण, कला और संस्कृति तथा हिंदी भाषा और साहित्य-विश्लेषण का संदर्भ-अनुसंशित शोधपरक त्रैमासिक (‘BHASHIKI’ The International Refereed journal of Applied Linguistics, Media Studies, Translation Analysis, Functional Hindi, Arts and Culture and Hindi Language and Literature Research) शीर्षक अंतर्राष्ट्रीय रिसर्च जर्नल का 65वाँ अंक



समादरणीय महोदय / महोदया,
अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि भाषिकीअनुप्रयुक्त भाषाविज्ञान, मीडिया अध्ययन, अनुवाद-विश्लेषण, कला और संस्कृति तथा हिंदी भाषा और साहित्य-विश्लेषण का संदर्भ-अनुसंशित शोधपरक त्रैमासिक (‘BHASHIKI’ The International Refereed journal of Applied Linguistics, Media Studies, Translation Analysis, Functional Hindi, Arts and Culture and Hindi Language and Literature Research) शीर्षक अंतर्राष्ट्रीय रिसर्च जर्नल का 65वाँ अंक प्रकाशित किया जा रहा है । भाषिकी के लिए शोध-आलेख भेजने के लिए सभी लेखकों को साधुवाद ।

आप सभी महानुभावों एवं प्रतिष्ठित रचनाकारों से आग्रह है कि आप अपने ज्ञानवर्धक शोध-आलेख हमें अवश्य प्रेषित करें ताकि भाषिकी के आगामी अंकों में प्रकाशन के लिए भाषिकीमें समुचित स्थान मिल सके। आप अपने आलेख के साथ स्वहस्ताक्षरित यह भी प्रमाणित करें कि आप द्वारा भेजा गया आलेख आपका अपना मौलिक एवं अप्रकाश्य आलेख है और उसे भाषिकीमें प्रकाशित करने पर आपको कोई भी तकनीकी और विधिक आपत्ति नहीं है। आलेख के लिए आपको भाषिकी की संपादकीय नीति के अनुरूप समुचित मानदेय भी दिया जाएगा। आप से यह भी निवेदन है कि आलेख यूनीकोड मंगल फॉन्ट या क्रुतिदेव-10 में टंकित करवा कर निम्न ई-मेल पर भेजने का कष्ट करें।
आपके द्वारा प्रेषित आलेख का प्रस्तुतिकरण और वर्गीकरण निम्नलिखित बिंदुओंको ध्यान में रखते हुए होना चाहिए क्योंकि रिव्यू-पैनल इन्हीं के आधार पर शोध-आलेखों के भाषिकीमें प्रकाशन के लिए अपनी अनुशंसा देते हैं..

परिचय (Introduction)
सैद्धांतिकी या पृष्ठभूमि (Theory or Background)
प्रस्तुतिकरण-पद्धति (Methods of Presentation)
वैचारिकी (Discussion)
साहित्य समीक्षा (Literature review)
निष्कर्ष (Conclusion)
संदर्भ (References)
हमें पूर्ण विश्वास है कि यह शोध परक अंतर्राष्ट्रीय त्रैमासिक न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी हिंदी की प्रतिष्ठा और अंतर्राष्ट्रीय ख्याति का शास्वत आइना प्रस्तुत करने के बहुमूल्य उद्देश्यों में सफलता की नयी ऊंचाईयों हासिल करेगा ।
आप सभी लेखकों को अशेष मंगलकामनाएँ...
प्रोफ़ेसर डॉ. राम लखन मीना
प्रधान संपादक, ‘भाषिकी
E-mail: prof.ramlakhan@gmail.com
Ph.No. +91 141 2812720 Mob: 09413300222

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